Navratri day 9 , मां सिद्धिदात्री देवी: रंग, महत्व, भोग, और जानने योग्य बातें
Navratri day 9, देवी दुर्गा की आराधना का पर्व, बड़े समर्पण और श्रद्धा से मनाया जाता है। भक्त इन नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा करते हैं, जिनमें से अंतिम रूप मां सिद्धिदात्री का होता है। इस लेख में हम नवरात्रि के अंतिम दिन नवरात्रि से जुड़ी हर जानकारी को समझेंगे, जिसमें रंग, महत्व, और भोग का वर्णन किया जाएगा।
Navratri day 9: “माँ सिद्धिदात्री”: अलौकिक शक्तियों की देवी
नवरात्रि के नौवें दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। नवरात्रि के नौवें दिन का प्रमुख रंग बैंगनी है, जो शान, ऐश्वर्य और राजसी जीवन का प्रतीक माना जाता है। माना जाता है कि बैंगनी रंग पहनकर मां की पूजा करने से धन, समृद्धि और आध्यात्मिक बल प्राप्त होता है।देवी दुर्गा के नौवें स्वरूप को माँ सिद्धिदात्री के नाम से जाना जाता है, जो अलौकिक शक्तियों और ध्यान की सिद्धियों को प्रदान करती हैं। इस दिन से जुड़ा रंग बैंगनी होता है, जो विलासिता, भव्यता और शाही प्रतिष्ठा का प्रतीक है। मान्यता है कि बैंगनी वस्त्र पहनकर माँ सिद्धिदात्री की पूजा करने से भक्तों को ऐश्वर्य, समृद्धि और आध्यात्मिक शक्ति की प्राप्ति होती है, इस वर्ष शारदीय नवरात्रि 3 अक्टूबर 2024 से शुरू हुई और इसका समापन 12 अक्टूबर 2024 को दशहरा के साथ होगा।
Navratri day 9: का महत्व
नवरात्रि के नौवें दिन को मां सिद्धिदात्री की पूजा के लिए विशेष माना गया है। “सिद्धि” का अर्थ है अलौकिक शक्तियां और “धात्री” का मतलब है देने वाली। इसलिए, मां सिद्धिदात्री को ऐसी देवी माना जाता है जो भक्तों की सभी दिव्य इच्छाओं को पूरा करती हैं। मां सिद्धिदात्री भक्तों को आत्मिक शक्ति और ध्यान की सिद्धियां प्रदान करती हैं, इसलिए यह दिन बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
Navratri day 9: रंग और महत्व
नवरात्रि के नौवें दिन, बैंगनी रंग का विशेष महत्व होता है। यह रंग आध्यात्मिकता, आकांक्षा और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। नवरात्रि के अंतिम दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा करने वाले भक्त बैंगनी रंग के वस्त्र धारण करते हैं ताकि वे देवी की कृपा प्राप्त कर सकें।
Navratri day 9: देवी भोग और मंत्र
नवरात्रि के अंतिम दिन मां सिद्धिदात्री को हलवा, पूरी, काले चने, मौसमी फल, खीर और नारियल का भोग लगाया जाता है। इस दिन का भोग माता को प्रसन्न करने और आशीर्वाद पाने के लिए विशेष रूप से तैयार किया जाता है।
Navratri day 9, the festival of worship of Goddess Durga, is celebrated with great dedication and devotion. Devotees worship nine forms of Maa Durga during these nine days, the last of which is Maa Siddhidatri. In this article, we will understand every information related to Navratri on the last day of Navratri, including the description of color, significance, and offerings.
Navratri day 9: “Maa Siddhidatri”: Goddess of supernatural powers
Maa Siddhidatri is worshiped on the ninth day of Navratri. The main color of the ninth day of Navratri is purple, which is considered a symbol of elegance, opulence and royal life. It is believed that worshiping the mother by wearing purple color brings wealth, prosperity and spiritual strength. The ninth form of Goddess Durga is known as Maa Siddhidatri, who bestows supernatural powers and meditative siddhis. The color associated with this day is purple, which symbolizes luxury, grandeur and royal prestige. It is believed that worshiping Maa Siddhidatri wearing purple clothes gives devotees wealth, prosperity and spiritual power, this year Shardiya Navratri started on 3 October 2024 and will conclude on 12 October 2024 with Dussehra. Navratri day 9: Importance The ninth day of Navratri is considered special for the worship of Maa Siddhidatri. “Siddhi” means supernatural powers and “Dhatri” means giver. Therefore, Maa Siddhidatri is considered to be a goddess who fulfills all the divine desires of the devotees. Maa Siddhidatri provides spiritual power and meditative siddhis to the devotees, so this day is considered very important. Navratri day 9: Color and Significance On the ninth day of Navratri, purple color has special significance. This color is considered to be a symbol of spirituality, aspiration and prosperity. Devotees worshiping Maa Siddhidatri on the last day of Navratri wear purple colored clothes so that they can seek the blessings of the Goddess.
Navratri day 9: Goddess Bhog and Mantra On the last day of Navratri, halwa, puri, black gram, seasonal fruits, kheer and coconut are offered to Maa Siddhidatri. The offerings on this day are specially prepared to please the Mother Goddess and seek her blessings.
Om Siddhidatrya Namah Om Aim Hreem Kleem Siddhidaatyai Namah Omkarah Patu Shirho Maa, Aim Beejam Maa Hridayo.Hee Beejam Sadapaatu Nabho Griho Cha Padayo.
Lalat Karno Shreem Bijam Patu Kleem Bijam Maa Netram Ghraano.Kapol Chibuko Hasau Patu Jagatprasutyai Maa Sarvavadano॥