पीएम मोदी ने गयाना में Indian Community को किया संबोधित, महाकुंभ-2025 और अयोध्या दर्शन का न्यौता दिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली लौटने से पहले गयाना की राजधानी जॉर्जटाउन में Indian Community को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने भारतीय प्रवासियों को महाकुंभ-2025 और अयोध्या में श्रीराम मंदिर दर्शन के लिए भारत आने का आमंत्रण दिया।
पीएम मोदी ने कहा, “अगले साल 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन होगा। मैं आप सभी से अपील करता हूं कि अपने परिवार और दोस्तों के साथ इस भव्य आयोजन में शामिल हों। साथ ही, अयोध्या में नव-निर्मित श्रीराम मंदिर के दर्शन करने का भी अवसर लें।”
भारत की तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था
प्रधानमंत्री ने भारत की आर्थिक प्रगति का जिक्र करते हुए कहा, “पिछले 10 वर्षों में भारत ने स्केल, स्पीड और सस्टेनेबिलिटी के साथ विकास किया है। हम 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं और जल्द ही तीसरे स्थान पर होंगे। हमारे युवाओं के प्रयासों से भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बन चुका है।”
डिजिटल क्रांति का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, “भारत ने 50 करोड़ से अधिक बैंक खाते खोले हैं और इन्हें डिजिटल पहचान और मोबाइल से जोड़ा है। इससे सरकारी सहायता सीधे लाभार्थियों तक पहुंच रही है, जिससे गरीबों को सशक्त बनने में मदद मिली है।”
भारत-गयाना के रिश्तों में संस्कृति, भोजन और क्रिकेट का योगदान
प्रधानमंत्री ने भारत और गयाना के संबंधों की चर्चा करते हुए कहा, “दोनों देशों को उनकी समृद्ध और विविध संस्कृति, पारंपरिक खानपान और क्रिकेट से जोड़ा जा सकता है। हमारी समानताएं हमारी दोस्ती को मजबूत आधार देती हैं।”
उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने गयाना के राष्ट्रपति इरफान अली और उनकी दादी के साथ एक पेड़ लगाया, जो ‘एक पेड़ मां के नाम’ पहल का हिस्सा है।
गयाना में भारतीयों का योगदान
गयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली ने भारतीय समुदाय की प्रशंसा करते हुए कहा, “भारतीयों ने गयाना की कृषि, व्यापार, शिक्षा और संस्कृति में उल्लेखनीय योगदान दिया है। भारतीय संस्कृति की जीवंतता हमारी राष्ट्रीय पहचान का एक अहम हिस्सा बन गई है।”
प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन ने भारतीय समुदाय को गर्व और उत्साह से भर दिया। महाकुंभ-2025 और श्रीराम मंदिर का न्यौता प्रवासी भारतीयों को अपनी जड़ों से और गहराई से जोड़ने का एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा है।(इनपुट-एएनआई)