Houthi rebel attacks: ट्रंप ने ईरान समर्थित विद्रोहियों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की शुरुआत की
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को रेड सी शिपिंग पर हुए हमलों के जवाब में यमन के ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों के खिलाफ व्यापक सैन्य कार्रवाई शुरू की, जिससे कम से कम 24 लोगों की मौत हो गई। ट्रंप ने चेतावनी दी कि अगर हूती विद्रोही हमले जारी रखते हैं, तो उनकी स्थिति नरक से भी बदतर हो जाएगी। उन्होंने ईरान को भी चेतावनी दी, यह कहते हुए कि उसे हूतियों का समर्थन तुरंत बंद कर देना चाहिए। ट्रंप ने स्पष्ट किया, “अगर ईरान ने अमेरिका को धमकी दी, तो अमेरिका कोई नरमी नहीं दिखाएगा।”
Houthi rebel attacks: हमले हफ्तों तक जारी रह सकते हैं रायटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, एक अधिकारी ने बताया कि यह हमला हफ्तों तक जारी रह सकता है। यह ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद से मध्य पूर्व में अमेरिकी सेना द्वारा किया गया अब तक का सबसे बड़ा सैन्य हमला है। यह हमला उस वक्त हुआ है, जब अमेरिका ईरान पर आर्थिक दबाव डाल रहा है और उसे अपने परमाणु कार्यक्रम पर बातचीत के लिए राजी करने की कोशिश कर रहा है।
Houthi rebel attacks: अमेरिकी हमलों में 24 मौतें, साना और सादा में तबाही
यमन की राजधानी साना में हुए अमेरिकी हमलों में कम से कम 13 नागरिकों की मौत हो गई, जबकि 9 लोग घायल हो गए। हूती नियंत्रित स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस जानकारी की पुष्टि की। वहीं, यमन के उत्तरी प्रांत सादा में हुए एक और अमेरिकी हमले में 6 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 4 बच्चे और 1 महिला शामिल थे। इस हमले में 11 लोग घायल भी हुए। हूतियों के प्रवक्ता ने कहा कि उनकी सेना विस्फोटक कार्रवाई के साथ जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है। साना के निवासियों ने बताया कि एक हूती ठिकाने को निशाना बनाया गया, जिससे इतने जोरदार धमाके हुए कि पूरा मोहल्ला हिल उठा।
Houthi rebel attacks: शिपिंग पर 100 से अधिक हमले, अमेरिका की सैन्य कार्रवाइयाँ तेज
हूतियों ने नवंबर 2023 से अब तक शिपिंग पर 100 से अधिक हमले किए हैं, जिसके कारण अमेरिकी सेना को मिसाइलों और ड्रोन हमलों को रोकने के लिए कई अभियान चलाने पड़े। हूती इस संघर्ष को गाजा में हमास और इजराइल के युद्ध में फिलिस्तीनियों के प्रति अपनी एकजुटता के रूप में दिखाने की कोशिश कर रहे हैं।अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की पिछली सरकार ने हूतियों की शिपिंग हमलों की क्षमता को कमजोर करने की कोशिश की थी, लेकिन यह कार्रवाई सीमित रही। अधिकारियों के मुताबिक, ट्रंप ने अब अधिक आक्रामक रुख अपनाने को मंजूरी दे दी है।