Jammu-Kashmir Exit Poll 2024 के अनुसार, कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) गठबंधन को राज्य में स्पष्ट बढ़त मिल रही है। हालांकि, चुनाव परिणाम त्रिशंकु विधानसभा की ओर इशारा कर रहे हैं। प्रमुख पोलस्टर, जैसे दैनिक भास्कर, इंडिया टुडे-सी वोटर, पीपुल्स पल्स और एक्सिस माई इंडिया, के अनुमान के अनुसार, कांग्रेस-एनसी गठबंधन को कम से कम 35 सीटें मिल सकती हैं। वहीं, भाजपा लगभग 20 सीटें जीतने की संभावना में है, जबकि पीडीपी को 4-7 सीटें मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
कांग्रेस-एनसी गठबंधन को बढ़त
Jammu-Kashmir Exit Poll 2024 में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के गठबंधन ने संयुक्त रूप से चुनाव लड़ा और एग्जिट पोल उन्हें बढ़त दे रहे हैं। 35 सीटें मिलने का अनुमान इन दोनों पार्टियों के लिए एक सकारात्मक संकेत है। वहीं, भाजपा अपने दम पर चुनाव लड़ रही है और उसे कम से कम 20 सीटें मिलने की संभावना है। पीडीपी, जिसे पहले प्रमुख क्षेत्रीय पार्टी माना जाता था, उसे इस बार 4-7 सीटों तक सीमित रहने का अनुमान है।
यह चुनाव महत्वपूर्ण इसलिए भी है क्योंकि यह 2019 में अनुच्छेद 370 के हटने और जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किए जाने के बाद पहली बार हो रहा है। इस चुनाव में राजनीतिक स्थिति, धारा 370 के प्रभाव और गठबंधन की ताकत को परखा जा रहा है।
त्रिशंकु विधानसभा की संभावना
हालांकि कांग्रेस-एनसी गठबंधन को सबसे अधिक सीटें मिलती दिख रही हैं, Jammu-Kashmir Exit Poll 2024 के अनुसार त्रिशंकु विधानसभा की संभावना भी नजर आ रही है। यदि किसी पार्टी या गठबंधन को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलता, तो राज्य में सरकार बनाने के लिए पार्टियों के बीच समझौते की स्थिति बन सकती है। यह त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति राज्य में राजनीतिक अस्थिरता का संकेत भी दे सकती है।
कुल मतदान प्रतिशत
जम्मू-कश्मीर के तीन चरणों में हुए चुनावों में कुल 63.45% मतदान हुआ, जो 2014 के 65.8% से थोड़ा कम है। 1 अक्टूबर को हुए तीसरे चरण में सबसे अधिक 68.72% मतदान हुआ, जबकि दूसरे चरण में 57.31% और पहले चरण में 61.38% मतदान हुआ। पारंपरिक बहिष्कार वाले क्षेत्रों, जैसे सोपोर और बारामूला, में इस बार के चुनाव में पिछले 30 वर्षों में सबसे अधिक मतदान देखा गया है, जो चुनावी प्रक्रिया में स्थानीय लोगों की भागीदारी का एक सकारात्मक संकेत है।
Jammu-Kashmir Exit Poll 2024 का परिणाम आने के बाद यह देखना होगा कि गठबंधन और पार्टियां मिलकर सरकार बना पाती हैं या त्रिशंकु विधानसभा के बाद नए गठबंधन सामने आते हैं।
जानें एग्जिट पोल क्या संकेत दे रहे हैं, यहां देखें:
Pollster | BJP | Cong-NC | PDP | Oth |
Dainik Bhaskar | 20 – 25 | 35 – 40 | 4 – 7 | 12 – 18 |
India Today-C Voter | 27 – 32 | 40 – 48 | 6 – 12 | 6 – 11 |
Peoples Pulse | 23 – 27 | 46 – 50 | 7 – 11 | 4 – 6 |
Axis My India | 24 – 34 | 35 – 45 | 4 – 6 | 8 – 23 |
According to the Jammu-Kashmir Exit Poll 2024, the Congress and National Conference (NC) alliance is getting a clear lead in the state. However, the election results are pointing towards a hung assembly. According to estimates by leading pollsters, such as Dainik Bhaskar, India Today-C Voter, People’s Pulse and Axis My India, the Congress-NC alliance may get at least 35 seats. At the same time, the BJP is likely to win around 20 seats, while the PDP is expected to get 4-7 seats.
Congress-NC alliance leads
In the Jammu-Kashmir Exit Poll 2024, the Congress and National Conference alliance contested the elections jointly and the exit polls are giving them an edge. The estimate of getting 35 seats is a positive sign for both these parties. At the same time, the BJP is contesting on its own and is likely to get at least 20 seats. The PDP, which was earlier considered a major regional party, is projected to be limited to 4-7 seats this time.
This election is also important because it is being held for the first time after the removal of Article 370 in 2019 and the division of Jammu and Kashmir into union territories. In this election, the political situation, the impact of Article 370 and the strength of the alliance are being tested.
Possibility of hung assembly
Although the Congress-NC alliance seems to be getting the most seats, according to Jammu-Kashmir Exit Poll 2024, there is also a possibility of a hung assembly. If no party or alliance gets a clear majority, then a situation of agreement may arise between the parties to form the government in the state. This hung assembly situation can also indicate political instability in the state.
Total voting percentage
In the three-phase elections in Jammu and Kashmir, a total of 63.45% voting took place, which is slightly less than 65.8% in 2014. The third phase on October 1 saw the highest voter turnout of 68.72%, while the second phase saw 57.31% and the first phase saw 61.38%. Traditional boycotted areas, such as Sopore and Baramulla, have seen the highest voter turnout in the last 30 years this time, which is a positive sign of the participation of local people in the electoral process.
After the results of Jammu-Kashmir Exit Poll 2024, it remains to be seen whether the alliances and parties are able to form the government together or new alliances emerge after the hung assembly.