जेएनयू में Sabarmati Report फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान पथराव की घटना सामने आई।
एबीवीपी ने आरोप लगाया कि वामपंथी छात्रों ने Sabarmati Report फिल्म देख रहे छात्रों पर पत्थर फेंके, जिससे कुछ छात्रों को हल्की चोटें आईं। इस घटना के बाद स्क्रीनिंग को कुछ समय के लिए रोक दिया गया, लेकिन बाद में इसे फिर से शुरू कर दिया गया।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने गुरुवार को दावा किया कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के परिसर में साबरमती रिपोर्ट फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान कुछ लोगों ने पथराव किया, जिसमें कुछ छात्रों को चोटें आईं। एबीवीपी के जेएनयू विंग के अध्यक्ष राजेश्वर कांत दुबे ने बताया, “कुछ छात्रों को हल्की चोटें आईं। स्क्रीनिंग को कुछ समय के लिए रोक दिया गया, लेकिन फिर इसे फिर से शुरू कर दिया गया।”
राजेश्वर कांत दुबे ने आगे कहा कि गुरुवार शाम को सैकड़ों छात्र फिल्म देख रहे थे, तभी बाहर से कुछ लोगों ने उन पर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। इस घटना के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन या छात्र संघ से कोई तत्काल प्रतिक्रिया नहीं आई।
एबीवीपी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए आरोप लगाया कि Sabarmati Report की स्क्रीनिंग को शांतिपूर्वक देख रहे छात्रों, जिनमें छात्राएं भी शामिल थीं, पर इतने बड़े पत्थर फेंके गए, जो वामपंथियों का एक और प्रयास था ताकि उनका फैलाया हुआ झूठ और दुष्प्रचार उजागर न हो सके।
Such big stones were pelted on the JNU students including girls who were peacefully watching the screening of The Sabarmati Report organised by ABVP-JNU.
This is another attempt made by the Leftists to not let the lies and propaganda spread by them get exposed.#JNU… pic.twitter.com/2KL7kDDLi0
— ABVP JNU (@abvpjnu) December 12, 2024
एबीवीपी ने यह भी कहा कि साबरमती ढाबे पर आयोजित फिल्म स्क्रीनिंग के दौरान वामपंथी छात्रों ने पत्थरबाजी की और पोस्टर फाड़े। इससे पहले, एसएफआई (स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया) ने एक प्रेस रिलीज जारी कर इस स्क्रीनिंग का विरोध किया था। एबीवीपी ने आरोप लगाया कि वामपंथियों को गोधरा की सच्चाई आज भी नहीं पच रही है, जो कि 20 साल पहले भी उन्हें स्वीकार नहीं हो पाई थी।