Kohima, नागालैंड की खूबसूरत पहाड़ी राजधानी है और भारत के सात बहन राज्यों में से एक का हिस्सा है। इसका मौलिक नाम ‘केव्हीरा’ है, जो इस क्षेत्र में खिलने वाले केव्ही फूलों से लिया गया है, जबकि ‘कोहिमा’ नाम ब्रिटिश शासन के दौरान दिया गया। यह स्थान अपनी प्राकृतिक सुंदरता और सदियों पुरानी लोककथाओं के लिए जाना जाता है। समुद्र तल से 1500 मीटर की ऊंचाई पर बसे इस स्थान को हरी-भरी पहाड़ियां, घने जंगल और मनोहारी दृश्य अद्वितीय बनाते हैं। यह रोमांचक गतिविधियों के शौकीनों के लिए एक स्वर्ग है, जो ट्रेकिंग, कैंपिंग और हाइकिंग जैसी गतिविधियों के लिए आदर्श है।
Kohima का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व
ब्रिटिश शासनकाल के दौरान कोहिमा को बसाया गया था, और यह नागा और कुक्की जनजातियों का प्रमुख निवास स्थान है। यहाँ की स्वतंत्रता और रंग-बिरंगी सांस्कृतिक धरोहर पर्यटकों को अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करती है। कोहिमा का ऐतिहासिक महत्व भी है, क्योंकि यह द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान 64 दिनों तक चले भीषण संघर्ष का केंद्र रहा है। यहाँ का ‘कॉमनवेल्थ वॉर कब्रिस्तान’ उन सैनिकों की याद में बनाया गया है, जो उस युद्ध में शहीद हुए थे।
Kohima के प्रमुख पर्यटन स्थल
Kohima न सिर्फ युद्ध स्मारकों के लिए बल्कि अपनी अन्य विशेषताओं के लिए भी प्रसिद्ध है। यहाँ पर्यटकों के लिए संग्रहालय, चिड़ियाघर, वन्यजीव अभयारण्य, घाटियाँ, और प्राचीन संस्कृति को संजोए हुए स्वशासी गाँव देखने को मिलते हैं। यहाँ के गाँव अपनी परंपराओं और रीति-रिवाजों के साथ आगंतुकों को नागालैंड की सांस्कृतिक समृद्धि से परिचित कराते हैं।
प्राकृतिक सौंदर्य, ऐतिहासिक धरोहर और सांस्कृतिक विविधता का संगम, कोहिमा की यात्रा को एक अद्वितीय और यादगार अनुभव बनाता है, जो इसे भारत के सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थलों में से एक बनाता है।