Site icon INDIAN NEWS

Navratri Day 6: माँ कात्यायनी की पूजा का महत्व और विधि

Navratri Day 6

Navratri Day 6: नवरात्रि के नौ दिनों में से छठा दिन माँ कात्यायनी को समर्पित है। इस दिन देवी दुर्गा के छठे स्वरूप की पूजा की जाती है, जिन्हें शक्ति और साहस का प्रतीक माना जाता है। भक्त इस दिन माँ कात्यायनी से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए विशेष रूप से पूजा-अर्चना करते हैं, और अविवाहित कन्याएं मनचाहे जीवनसाथी के लिए व्रत रखती हैं।

Navratri Day 6 का महत्व:

देवी कात्यायनी का स्वरूप बेहद शक्तिशाली और तेजस्वी है। वह सिंह पर सवार रहती हैं और उनके हाथों में तलवार और कमल का फूल होता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, उन्होंने राक्षस महिषासुर का वध कर धर्म की स्थापना की थी। उनकी पूजा से पापों का नाश होता है, बुरी आत्माओं से मुक्ति मिलती है और जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं।

Navratri Day 6 की पूजा विधि:

इस दिन पूजा की शुरुआत सुबह जल्दी उठकर स्नान करने और लाल वस्त्र पहनने से होती है, क्योंकि लाल रंग शक्ति और उत्साह का प्रतीक है। पूजा स्थल को साफ करें और माँ कात्यायनी की मूर्ति या तस्वीर को ताजे फूलों से सजाएं। इसके बाद देवी को शहद का भोग अर्पित करें, जो माँ कात्यायनी को बेहद प्रिय है। मंत्रों का जाप करते हुए देवी की आराधना करें और कमल के फूल हाथ में लेकर प्रार्थना करें।

Navratri Day 6 का शुभ मुहूर्त और रंग: इस दिन पूजा के लिए शुभ मुहूर्त ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4:44 से 5:34 बजे तक रहेगा। अभिजीत मुहूर्त 11:43 बजे से 12:28 बजे तक और विजय मुहूर्त 1:59 बजे से 2:45 बजे तक रहेगा। इस दिन लाल रंग पहनना अत्यधिक शुभ माना जाता है, जो शक्ति, प्रेम और ऊर्जा का प्रतीक है।

Navratri Day 6 के मंत्र और स्तुति:

मंत्र: “ॐ देवी कात्यायन्यै नम:”
स्तुति: “या देवी सर्वभूतेषु माँ कात्यायनी रूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:”

माँ कात्यायनी की पूजा से भक्तों को जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता की प्राप्ति होती है।


Navratri Day 6: Importance and method of worshiping Maa Katyayani

Navratri Day 6: The sixth day of the nine days of Navratri is dedicated to Maa Katyayani. On this day, the sixth form of Goddess Durga is worshiped, who is considered a symbol of strength and courage. Devotees worship Goddess Katyayani on this day especially to get blessings from her, and unmarried girls keep a fast for their desired life partner.

Significance of Navratri Day 6: The form of Goddess Katyayani is extremely powerful and radiant. She rides on a lion and has a sword and a lotus flower in her hands. According to religious belief, she established Dharma by killing the demon Mahishasura. Worshiping her destroys sins, liberates one from evil spirits and removes obstacles in life.

Navratri Day 6: Puja Vidhi: On this day, worship begins by waking up early in the morning, taking a bath and wearing red clothes, as red color symbolizes strength and enthusiasm. Clean the place of worship and decorate the idol or picture of Maa Katyayani with fresh flowers. After this, offer honey to the Goddess, which is very dear to Maa Katyayani. Worship the Goddess while chanting mantras and pray with lotus flowers in your hand.

Auspicious time and color of Navratri Day 6: The auspicious time for worship on this day will be Brahma Muhurta from 4:44 am to 5:34 am. Abhijeet Muhurta will be from 11:43 am to 12:28 pm and Vijay Muhurta will be from 1:59 pm to 2:45 pm. Wearing red color on this day is considered highly auspicious, which symbolizes power, love and energy.

Mantras and praises of Navratri Day 6: Mantra: “Om Devi Katyayanyai Namah” Praise: “Ya Devi Sarvabhuteshu Maa Katyayani Rupen Sansthita Namastesyai Namastesyai Namastesyai Namo Namah” By worshiping Maa Katyayani, devotees get happiness, prosperity and success in life.

Exit mobile version