George Soros के मुद्दे को लेकर राज्यसभा में बीजेपी और कांग्रेस के सदस्यों के बीच तीखी बहस हुई, जिसमें बीजेपी ने सोरोस और सोनिया गांधी के संबंधों पर सवाल उठाए।
सोमवार को राज्यसभा में George Soros के फाउंडेशन से जुड़ा विवाद छिड़ गया, जब बीजेपी ने आरोप लगाया कि सोरोस का संगठन कश्मीर को भारत से अलग करने के विचार का समर्थन करता है। बीजेपी ने यह भी कहा कि इस फाउंडेशन से पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का संबंध है, जो देश की सरकार और अर्थव्यवस्था को अस्थिर करने का प्रयास कर रहा है। इसके बाद एनडीए और कांग्रेस के सदस्यों के बीच तीखी बहस शुरू हो गई। बीजेपी के नेताओं ने इस मुद्दे पर चर्चा की मांग करते हुए जोरदार नारेबाजी की, जिसके कारण राज्यसभा की कार्यवाही दो बार स्थगित होने के बाद दोपहर 3:00 बजे तक के लिए रोक दी गई।
राजीव गांधी ट्रस्ट विवाद में गर्मा-गर्मी
राज्यसभा में सोमवार को एक नया विवाद सामने आया, जब बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता विदेशी संगठनों और अमेरिकी उद्योगपति George Soros जैसे प्रभावशाली व्यक्तियों के साथ मिलकर देश की सुरक्षा और स्थिरता को खतरे में डाल रहे हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि ‘फोरम ऑफ डेमोक्रेटिक लीडर्स इन एशिया पैसेफिक’ जैसे संगठन जम्मू-कश्मीर को एक अलग सत्ता के रूप में मानते हैं, और इन संगठनों को वित्तीय सहायता राजीव गांधी ट्रस्ट से मिल रही है।
खरगे ने किया पलटवार
इन आरोपों का विरोध करते हुए विपक्षी नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने नड्डा के बयान को पूरी तरह से असत्य करार दिया। उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ दल के सदस्य खुद ‘गद्दारी’ कर रहे हैं और बीजेपी का यह हंगामा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार की नीतियों को छुपाने और वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाने का प्रयास है।
सभापति की कोशिशें नाकाम
इस बीच, राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने बार-बार दोनों पक्षों को शांत करने की कोशिश की, लेकिन हंगामा थमता नजर नहीं आया। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने आरोप लगाया कि सत्ताधारी पार्टी जानबूझकर सदन की कार्यवाही में बाधा डाल रही है, ताकि अदाणी और जॉर्ज सोरोस जैसे विवादास्पद मामलों पर चर्चा से बचा जा सके।